जन्मदिन आयो अम्बे मात,अवल बधाई अन्नदाता
जन्मदिन आयो अम्बे मात, अवल बधाई अन्नदाता
जन्मया जगदम्ब माँ जगराई, आया आवड़ इन्द्र अम्ब आई
लेवण सेवक सदा ही सार, बख्सण सुख वे साता
कृष्ण पख शुभ आठम जाणी, वार शनि पोष माह बखाणी
दो हजार इक्कीस विक्रमी, धरा बनेड़िया को आता
निरखण सुर मुनि सब जन ध्याये, ब्रहमा बिष्णु शिव हर्षाये
भंवरसिंघ पिता रा बड़भाग, धन धन है राजल माता
नाम प्रकाश जग में उजियारो ,वंश चारण खिडिया कुल प्यारो
धारण कर सगत अवतार, किनो तिनो लोका विख्याता
नारद शारद करे अभिनंदन , बटें बधाई हो हर घर वंदन
नोबत ढोल नगारा गुजें ,भैरू डमरू साज बजाता
छवि अनुपम शुद्ध मन भावे, किरपा सूं कष्ट दालद कट जावे
सिवरण पल पल भोलेनाथ, छिन छिन माँ करणी ध्याता
श्री करणी सुखधाम रचायो, नवलख सगत अंखाड़ो मंडायो
भेळा रमहे रास अम्बे आप, अगवानी भैरव दो भ्राता
म्हाने राखो कर चरणा दास, दिजो ओ भक्ति वरदान खास
लोवड़ राखो शिश पर ताण, लुणासर मेघराज गाता