मेहाई मोरी करनल माई करज्यो किरपा किरतार ।
मेहाई मोरी करनल माई करज्यो किरपा किरतार ।
जन्म जन्म की बालिका थारी, मोही दिखाद्यो दिदार ।
आदी अनादी अंन्नत दयामयी, हो मोटा दातार ।।
मेहाई मोरी करनल माई करज्यो किरपा किरतार ।
काया कष्ट भयो मम भारी, जाऊं किकर मैं द्वार ।
ब्रहमा विष्णु महेश मनावें, सबकी सिरजन हार ।।
मेहाई मोरी करनल माई करज्यो किरपा किरतार ।
दाता तुम-सा ना कोई जग में, ना तुम-सा किरपाल ।
विधि हरी हर पार ना पाया, करौङ तैंतीस गया हार ।।
मेहाई मोरी करनल माई करज्यो किरपा किरतार ।
बाई प्रकाश टाबर थारी, करज्यो करुणा अपार ।
चरण कमल की भगती दिजो, अरजी बारम्बार ।।
मेहाई मोरी करनल माई करज्यो किरपा किरतार ।