धुजया तीनो लोक धरा सब माँ करणी बण्या काळी
धुजया तीनो लोक धरा सब माँ करणी बण्या काळी,
करणी बण्या काळी रे धजबन्द लाल धजा वाळी
लाखन लाल कोलायत चाल्यो टोळी संग चाली,
प्राण पिया प्यारा रा पोखर ओ जुलमी जाळी,
धूज्या तीनो लोक धरा जद माँ करणी बण्या काळी
दिनकर ने अँधियारो ढाँकयो दिन में दिन ढाळी,
ताना निज बहना रा सुनिया टाले न टाळी,
धुजया तीनो लोक धरा जद मा करणी बण्या काळी
अरुण भई अम्बे री आंख्या खुला केशवाळी
तीजो नेण खोलकर झालयो पीवण मद प्याली
धूज्या तीनो लोक धरा सब जद माँ करणी बण्या काळी
केहर करोड़ कोप कर घेरी धर जमपुरवाळी,
डोकर पवन वेग स्यु दौड़ी बीस भुजा वाळी
धूज्या तीनों लोक धरा सब जद माँ करणी बण्या काळी
थर थर देव सकल थर्रावे देखत विकराळी
रे जम धर स्यु किणने लायो जो अम्बा आली
धूज्या तीनों लोक धरा सब जद माँ करणी बण्या काळी
लाखण ले डरतो जम मांगे माफी मढ़वाळी,
जाया अर थारां नह लावे जम जमपुरवाळी,
धूज्या तीनो लोक धरा सब जद माँ करणी बण्या काळी
करणी करिया करोड़ो काबा बजिया काबांळी,
चौरासी रो चकर छुड़ायो डोकर डाढाळी
धूज्या तीनो लोक धरा सब जद माँ करणी बण्या काळी
डांग लियां अर शीश भेलियो कर मालावाळी,
दास विराज दरस ऐ चावे करणी करुणाळी,
धूज्या तीनो लोक धरा सब जद माँ करणी बण्या काळी