मां में थारो छूं थारो जननी थारो छूं थारो

मां में थारो छूं थारो जननी थारो छूं थारो
थारो छूं में थारो ही रहसू कदै ना होसू न्यारो

बालपणे निज गोद लिटाकर दुध पिलाती प्यारो
बड़ा भया तो क्यू मेरी मईया काटण लगी है किनारो

रूठूं जब मुझे मनाती कह नैनन को तारो
उसको भुल गई मेरी मईया बिड़द तिहारो सारो

तूं मुझमें में भी तुझमें हूं जानत है जग सारो
तेरो तन सो यो मेरो तन है तैने ही तो संवारो

विनती बाल किसोर करत है सुणलो सार यो सारो
गोदी लेलो मोहे करणला मां मोहे पुचकारो

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